आज पनघट पर इस तरह थी भीड़ By Qita << इक ऐसा वक़्त भी आता है चा... चोट खा कर भी मुस्कुराता ह... >> आज पनघट पर इस तरह थी भीड़ हर तरफ़ लड़कियों का रेला था एक आती थी एक जाती थी जैसे सावन में तीज मेला था Share on: