बैठी सखियों के घेरे में दुल्हन By Qita << मुतमइन कोई नहीं है उस से इंतिक़ाम-ए-ग़म-ओ-अलम लेंग... >> बैठी सखियों के घेरे में दुल्हन ज़ाहिरन तो बहुत लजाती है चोर आँखों से देख कर कंगन अपने साजन का दर्श पाती है Share on: