इंतिक़ाम-ए-ग़म-ओ-अलम लेंगे By Qita << बैठी सखियों के घेरे में द... पढ़ चुके हुस्न की तारीख़ ... >> इंतिक़ाम-ए-ग़म-ओ-अलम लेंगे ज़िंदगी को बदल के दम लेंगे मर गए तो फ़ज़ा-ए-गीती के ज़र्रे ज़र्रे में हम जनम लेंगे Share on: