बोला दुकान-दार कि क्या चाहिए तुम्हें By Qita << ऐ कि तख़्लीक़-ए-बहर-ओ-बर ... ढलती है मौज मय की तरह रात... >> बोला दुकान-दार कि क्या चाहिए तुम्हें जो भी कहोगे मेरी दुकाँ पर वो पाओगे मैं ने कहा कि कुत्ते के खाने का केक है बोला यहीं पे खाओगे या ले के जाओगे Share on: