ग़म के साँचे में ढल सको तो चलो By प्रेरणादायक, Qita << कभी हो गया मयस्सर न हुआ क... अपने आईना-ए-तमन्ना में >> ग़म के साँचे में ढल सको तो चलो तुम मिरे साथ चल सको तो चलो दूर तक तीरगी में चलना है सूरत-ए-शम्अ जल सको तो चलो Share on: