गुलों का, नग़्मों का, ख़्वाबों का चाँदनी का सलाम Admin माँ तुझे सलाम शायरी, Qita << हम फ़क़ीरों की बात क्यूँ ... दिल-जलों को सताने आए हैं >> गुलों का, नग़्मों का, ख़्वाबों का चाँदनी का सलाम खुली फ़ज़ाओं का, ख़ुशबू का रौशनी का सलाम गली गली का ये जोगी, नगर नगर का फ़क़ीर तुम्हारे शहर में लाया है ज़िंदगी का सलाम Share on: