ज़िंदगी से जवाब माँगूँगा Admin Qita << तअ'ज्जुब से कहने लगे ... क्यूँ-कर बयान-ए-हुस्न हो ... >> ज़िंदगी से जवाब माँगूँगा हर घड़ी का हिसाब माँगूँगा मैं ने देखे जो ख़्वाब मेरे न थे अब के मैं इंतिख़ाब माँगूँगा Share on: