ज़िंदगी तू ने कहानी दे दी By Qita << रफ़ीक़-ए-राह थी मंज़िल हर... उदास चाँद ने बदली की आड़ ... >> ज़िंदगी तू ने कहानी दे दी बातों बातों में निशानी दे दी रुख़-ए-रनगीं से उड़ा कर आँचल सारे मौसम को जवानी दे दी Share on: