ज़ुल्मतों को शराब-ख़ाने से By Qita << उन को मिलता ही नहीं है दु... उन के क्या रंग थे अब याद ... >> ज़ुल्मतों को शराब-ख़ाने से धन की ख़ैरात होती जाती है साग़रों के बुलंद होने से चाँदनी रात होती जाती है Share on: