जिन्हें ज़मीर की दौलत ख़ुदा ने बख़्शी है Admin जमीर शायरी हिंदी, Qita << जो महकता है बू-ए-उर्दू से इस राज़ से वाक़िफ़ नहीं &... >> जिन्हें ज़मीर की दौलत ख़ुदा ने बख़्शी है उन्हें ख़रीद न पाएँगे सल्तनत वाले हर एक शख़्स उठाए है हाथ में पत्थर कहाँ क़याम करें आइनों के मतवाले Share on: