तेरी ख़ुश-रंग चूड़ियाँ अब तक By Qita << वो अँधेरे जो मुंजमिद से थ... यास में बेदारी-ए-एहसास का... >> तेरी ख़ुश-रंग चूड़ियाँ अब तक ज़ेहन में बज रही हैं कुछ ऐसे जैसे पागल के पाँव में ज़ंजीर या भिकारी की जेब में पैसे Share on: