तू ने ख़ुद तल्ख़ बना रक्खी है दुनिया अपनी By Qita << ज़ीस्त दामन छुड़ाए जाती ह... ज़िंदगी की दराज़ पलकों पर >> तू ने ख़ुद तल्ख़ बना रक्खी है दुनिया अपनी ज़िंदगी कितनी हसीं है तुझे मालूम नहीं है जो गहरी सी शिकन वक़्त की पेशानी पर तेरी ही चीं-ब-जबीं है तुझे मालूम नहीं Share on: