बेबादा भी ग़म से दूर हो जाता हूँ Admin Rubaai << हर साँस में इक हश्र बपा ह... बढ़ता हुआ हौसला न टूटे दि... >> बे-बादा भी ग़म से दूर हो जाता हूँ ख़ुद हासिल-ए-सद सुरूर हो जाता हूँ मतलब तो है चूर चूर हो जाने से थक कर भी तो चूर चूर हो जाता हूँ Share on: