क्यूँ उन को सताने में मज़ा आता है Admin Rubaai << मत कहियो ज़बाँ है ये मुसल... क्या तुम ने मिरा हाल-ए-ज़... >> क्यूँ उन को सताने में मज़ा आता है दिल मेरा दुखाने में मज़ा आता है मेरी तो कोई बात वो सुनते ही नहीं अपनी ही सुनाने में मज़ा आता है Share on: