दीवाना-ए-इश्क़ को नसीहत तौबा Admin नसीहत शायरी इन हिंदी, Rubaai << दुनिया में रह के रास्त-बा... देखूँ कब तक गुलों की ये त... >> दीवाना-ए-इश्क़ को नसीहत तौबा ये अक़्ल की बातें ये हिमाक़त तौबा जज़्बा किसी जज़्बे ही से मिट सकता था नफ़रत से बदल गई मोहब्बत तौबा Share on: