ऐ रौनक़-ए-लाला-ज़ार वापस आ जा By Rubaai << ऐ ज़ाहिद-ए-हक़-शनास वाले ... ऐ मर्द-ए-ख़ुदा नफ़्स को अ... >> ऐ रौनक़-ए-लाला-ज़ार वापस आ जा ऐ दौलत-ए-बर्ग-ओ-बार वापस आ जा ऐसे में कि नौ-बहार है ख़ुल्द-ब-दोश ऐ नाज़िश-ए-नौ-बहार वापस आ जा Share on: