गर यार के सामने मैं रोया तो क्या By Rubaai << दौलत के भरोसे पे न होना ग... सख़्ती का जवाब नर्मी है >> गर यार के सामने मैं रोया तो क्या मिज़्गाँ में जो लख़्त-ए-दिल पिरोया तो क्या ये दाना-ए-अश्क सब्ज़ होना मालूम इस शूर ज़मीं में तुख़्म बोया तो क्या Share on: