हैं एक हकीम जी ब-शक्ल-ए-ताऊन By Rubaai << असलियत अगर नहीं तो धोका ह... ऐ अहल-ए-फ़रासत बढ़ो बे-ख़... >> हैं एक हकीम जी ब-शक्ल-ए-ताऊन है रक़्स तक़्सीम मुख़िल उन का क़ानून पढ़ते हैं नफ़ीस और ख़ुद हैं वो कसीफ़ नुस्ख़े हैं अजीब और तुर्फ़ा माजून Share on: