हर रंग में इबलीस सज़ा देता है By Rubaai << इंसान की तबाहियों से क्यू... हर इल्म ओ यक़ीं है इक गुम... >> हर रंग में इबलीस सज़ा देता है इंसान को बहर-तौर दग़ा देता है कर सकते नहीं गुनह जो अहमक़ उन को बे-रूह नमाज़ों में लगा देता है Share on: