जंगल की ये दिल-नशीं फ़ज़ा ये बरसात Admin Rubaai << क़तरा समझे हक़ीक़त-ए-दरिय... जब काली घटाएँ झूम कर आती ... >> जंगल की ये दिल-नशीं फ़ज़ा ये बरसात ये नग़्मा-ए-बाराँ ये हवा ये बरसात सामान वारफ़्तगी-ए-शाइ'र के हैं कोयल की ये कूक ये घटा ये बरसात Share on: