क्या हाल अब उस से अपने दिल का कहिए By Rubaai << हर जल्वे से इक दर्स-ए-नुम... शो'लों के भँवर मचल रह... >> क्या हाल अब उस से अपने दिल का कहिए मंज़ूर नहीं ये भी कि बे-जा कहिए मुश्किल है महीनों में न जावे जो कहा फिर मिलिए जो एक दम तो क्या क्या कहिए Share on: