लो जाइए बस ख़ुदा हमारा हाफ़िज़ Admin आ जाओ शायरी, Rubaai << मरमर के पए रंज-ओ-बला जीते... लाज़िम है कि फ़िक्र-ए-रुख... >> लो जाइए बस ख़ुदा हमारा हाफ़िज़ बे-यार का है वही प्यारा हाफ़िज़ क्या रश्क मिरे दिल से गया-गुज़रा है किस मुँह से कहूँ ख़ुदा तुम्हारा हाफ़िज़ Share on: