पाबंद अगरचे अपनी ख़्वाहिश के रहो Admin कानून पर शायरी, Rubaai << रग़बत जो दिलाई वुसअत-ए-मश... मिस्कीन गदा हो या हो शाह-... >> पाबंद अगरचे अपनी ख़्वाहिश के रहो लायल सब्जेक्ट तुम ब्रिटिश के रहो क़ानून से फ़ाएदा उठाना है अगर हामी न किसी ख़राब साज़िश के रहो Share on: