शब्बीर का ग़म ये जिस के दिल पर होगा By Rubaai << सोज़-ए-ग़म-ए-दूरी ने जला ... सर खींच न शमशीर-ए-कशीदा क... >> शब्बीर का ग़म ये जिस के दिल पर होगा आँसू जो गिरेगा शक्ल-ए-गौहर होगा पूछेगा ख़ुदा जब ऐसे दुर की क़ीमत तब हश्र में जौहरी पयम्बर होगा Share on: