आँख खुलते ही जबीं चूमने आ जाते हैं By Sher << आज भी शाम-ए-ग़म! उदास न ह... अब तो है इश्क़-ए-बुताँ मे... >> आँख खुलते ही जबीं चूमने आ जाते हैं हम अगर ख़्वाब में भी तुम से लड़े होते हैं Share on: