आलम-ए-इश्क़ में अल्लाह-रे नज़र की वुसअत By Sher << आज की शब गर रहेंगे 'म... गले से लगते ही जितने गिले... >> आलम-ए-इश्क़ में अल्लाह-रे नज़र की वुसअत नुक़्ता-ए-वहम हुआ गुम्बद-ए-गर्दूं मुझ को Share on: