आप हों हम हों मय-ए-नाब हो तन्हाई हो By Sher << दिल का हर ज़ख़्म तिरी याद... ज़माना गुज़रा हवा फिर से ... >> आप हों हम हों मय-ए-नाब हो तन्हाई हो दिल में रह रह के ये अरमान चले आते हैं Share on: