आँसू फ़लक की आँख से टपके तमाम रात By Sher << आज आए थे घड़ी भर को '... इक शजर ऐसा मोहब्बत का लगा... >> आँसू फ़लक की आँख से टपके तमाम रात और सुब्ह तक ज़मीन का आँचल भिगो गए Share on: