आतिशीं हुस्न क्यूँ दिखाते हो By Sher << अश्क-ए-हसरत है आज तूफ़ाँ-... आरिज़ पे रही ज़ुल्फ़-ए-सि... >> आतिशीं हुस्न क्यूँ दिखाते हो दिल है आशिक़ का कोह-ए-तूर नहीं Share on: