अभी तो मैं ने फ़क़त बारिशों को झेला है By Sher << गो हरम के रास्ते से वो पह... मुझ को जन्नत से उठा कर ये... >> अभी तो मैं ने फ़क़त बारिशों को झेला है अब इस के ब'अद समुंदर भी देखना है मुझे Share on: