रमज़ाँ में तू न जा रू-ब-रू उन के 'माइल' By Sher << हमारे दौर में दिल भी है छ... जूता नया पहन के वो पंजों ... >> रमज़ाँ में तू न जा रू-ब-रू उन के 'माइल' क़ब्ल-ए-इफ़्तार बदल जाएगी निय्यत तेरी Share on: