अल्फ़ाज़ में बंद हैं मआनी By Sher << औरत हो तुम तो तुम पे मुना... जुरअत-ए-शौक़ तो क्या कुछ ... >> अल्फ़ाज़ में बंद हैं मआनी उनवान-ए-किताब-ए-दिल खुला है Share on: