आरज़ूओं ने कई फूल चुने थे लेकिन By Sher << शहर का शहर मिरी जाँ की तल... तख़्लीक़ ख़ुद किया था कल ... >> आरज़ूओं ने कई फूल चुने थे लेकिन ज़िंदगी ख़ार-बदामाँ है इसे क्या कहिए Share on: