अव्वल आख़िर ही जब नहीं बस में By Sher << क़त्ल-ए-हुसैन अस्ल में मर... ग़ज़ल उस के लिए कहते हैं ... >> अव्वल आख़िर ही जब नहीं बस में क्या करें दरमियान की बातें Share on: