बात कुछ यूँ है कि कल रात भरी महफ़िल में By Sher << किसे ख़बर थी ख़िज़ाँ क़त्... अश्क बहने लग गए मंज़र निख... >> बात कुछ यूँ है कि कल रात भरी महफ़िल में उस का जब ज़िक्र हुआ बात बदल दी मैं ने Share on: