बहार आई कि दिन होली के आए By Sher << ज़रा जो फ़ुर्सत-ए-नज़्ज़ा... जो कुछ था न कहने का सब कह... >> बहार आई कि दिन होली के आए गुलों में रंग खेला जा रहा है Share on: