बाज़ार-ए-आरज़ू में कटी जा रही है उम्र By Sher << होता है महसूस ये 'आजि... गुज़रे जिधर से नूर बिखेरे... >> बाज़ार-ए-आरज़ू में कटी जा रही है उम्र हम को ख़रीद ले वो ख़रीदार चाहिए Share on: