बे-ख़बर रोड पे इन भागते बच्चों को मैं By Sher << चूमा था एक दिन किसी गुल क... ऐसी हैं क़ुर्बतें कि मुझी... >> बे-ख़बर रोड पे इन भागते बच्चों को मैं कितनी हसरत से थकन ओढ़े हुए देखता हूँ Share on: