बुलंद आवाज़ से घड़ियाल कहता है कि ऐ ग़ाफ़िल By Sher << मैं तुम से तर्क-ए-तअल्लुक... ख़ुश्क ख़ुश्क सी पलकें और... >> बुलंद आवाज़ से घड़ियाल कहता है कि ऐ ग़ाफ़िल कटी ये भी घड़ी तुझ उम्र से और तू नहीं चेता Share on: