बुलबुल ग़ज़ल-सराई आगे हमारे मत कर By Sher << तमाम दोस्त अलाव के गिर्द ... उफ़ वो आँखें मरते दम तक ज... >> बुलबुल ग़ज़ल-सराई आगे हमारे मत कर सब हम से सीखते हैं अंदाज़ गुफ़्तुगू का Share on: