चमकते ख़्वाब मिलते हैं महकते प्यार मिलते हैं By Sher << जलाओ ग़म के दिए प्यार की ... बड़े दिलचस्प वादे थे बड़े... >> चमकते ख़्वाब मिलते हैं महकते प्यार मिलते हैं तुम्हारे शहर में कितने हसीं आज़ार मिलते हैं Share on: