छोड़ा न रश्क ने कि तिरे घर का नाम लूँ By Sher << हम कहाँ और तुम कहाँ जानाँ था मुक़द्दम इश्क़-ए-बुत इ... >> छोड़ा न रश्क ने कि तिरे घर का नाम लूँ हर इक से पूछता हूँ कि जाऊँ किधर को मैं from naming your home address, did jealousy impede i asked each person that i met where do i proceed? Share on: