दिल वो सहरा है जहाँ हसरत-ए-साया भी नहीं By दिल, Sher << लुटेरों के लिए सोती हैं आ... हमारा इंतिख़ाब अच्छा नहीं... >> दिल वो सहरा है जहाँ हसरत-ए-साया भी नहीं दिल वो दुनिया है जहाँ रंग है रानाई है Share on: