ऐ नसीम-ए-सहरी बू-ए-मोहब्बत ले आ By Sher << हमेशा दूर के जल्वे फ़रेब ... मैं अब जो हर किसी से अजनब... >> ऐ नसीम-ए-सहरी बू-ए-मोहब्बत ले आ तुर्रा-ए-यार सती इत्र की महकार कूँ खोल Share on: