इक इशारा सर-ए-महफ़िल जो किया उस गुल ने By Sher << सोज़-ए-ग़म से अश्क का एक ... मैं अपने ख़्वाब से कट कर ... >> इक इशारा सर-ए-महफ़िल जो किया उस गुल ने चौंके दस बीस रुके सैकड़ों खटके लाखों Share on: