फ़रेब-ख़ुर्दा है इतना कि मेरे दिल को अभी By Sher << जिस्म के अंदर जो सूरज तप ... चल 'क़ैसी' मेले म... >> फ़रेब-ख़ुर्दा है इतना कि मेरे दिल को अभी तुम आ चुके हो मगर इंतिज़ार बाक़ी है Share on: