घर नया बर्तन नए कपड़े नए By Sher << गर सुकूँ चाहिए इस लम्हा-ए... है गुलू-गीर बहुत रात की प... >> घर नया बर्तन नए कपड़े नए इन पुराने काग़ज़ों का क्या करें Share on: