गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया By Sher << दश्त-ए-वहशत में नहीं मिलत... सितारा-ए-ख़्वाब से भी बढ़... >> गिरजा में मंदिरों में अज़ानों में बट गया होते ही सुब्ह आदमी ख़ानों में बट गया Share on: