हज़ार तल्ख़ हों यादें मगर वो जब भी मिले By Sher << तेरी दूरी भी है मुश्किल त... दिल एक है तो कई बार क्यूँ... >> हज़ार तल्ख़ हों यादें मगर वो जब भी मिले ज़बाँ पे अच्छे दिनों का ही ज़ाइक़ा रखना Share on: