हम दहर के इस वीराने में जो कुछ भी नज़ारा करते हैं By Sher << हज़ार हुस्न दिल-आरा-ए-दो-... वो जिन की हिजरतों के आज भ... >> हम दहर के इस वीराने में जो कुछ भी नज़ारा करते हैं अश्कों की ज़बाँ में कहते हैं आहों में इशारा करते हैं Share on: